कोरोना से डरे बिहार के सीएम, बदलेंगे अपना आवास
कोरोना से डरे बिहार के सीएम, बदलेंगे अपना आवास
एक अन्ने मार्ग से, 7 सर्कुलर रोड शिफ्ट होंगे नीतीश कुमार
पटना (बिहार) : देश भर में कोरोना ने बड़े पैमाने पर कहर बरपाना शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में, बिहार में भी कोरोना तेजी से फैल रहा है। बिहार सरकार के एक दर्जन से अधिक मंत्री और सैंकड़ों की तायदाद में विभिन्न राजनीतिक पार्टी के नेता भी कोरोना संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। राज्य मुख्यालय के बड़े सरकारी और गैर सरकारी अस्पतालों के सैंकड़ों डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी भी कोरोना संक्रमित हैं और रोजाना इसमें ईजाफा ही हो रहा है। यही नहीं, विभिन्न विभाग के अधिकारी, माननीय जज, कोर्टकर्मी और वकील भी कोरोना से खुद को नहीं बचा पा रहे हैं और वे भी थोक में कोरोना पॉजिटिव हो रहे हैं। गौरतलब है कि सीएम का एक अन्ने मार्ग स्थित सरकारी आवास, कोरोना से बुरी तरह प्रभावित हो चुका है। जानकारी के मुताबिक, सीएम आवास के लगभग सभी कर्मचारी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। संक्रमित कर्मचारियों का अलग-अलग जगहों पर किया जा रहा है। मुख्यमंत्री के आवासीय सूत्रों के हवाले से मिल रही जानकारी के मुताबिक, अगर स्थिति ज्यादा खराब हुई, तो सीएम नीतीश कुमार अपने दूसरे आवास यानि 7 सर्कुलर रोड में शिफ्ट हो जाएंगे। गौरतलब है कि 7 सर्कुलर रोड को सीएम नीतीश कुमार के लिए, तेजी से तैयार किया जा रहा है। यह सारी कवायद यह बता रही है कि कोरोना के इस तीसरे फेज में सीएम को पूरी तरह से सुरक्षित रखा जा सके, इसके लिए उनको नए आवास में शिफ्ट करना बेहद जरूरी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 2014 में, जब सीएम पद से इस्तीफा दिया था तो उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री की हैसियत से 7 सर्कुलर रोड को अपना नया ठिकाना बनाया था। पुख्ता तौर पर हमें यह जानकारी है कि मुख्यमंत्री एक बार फिर से वहाँ शिफ्ट होने जा रहे हैं। दीगर बात है कि मुख्यमंत्री के वर्तमान आवास, एक अन्ने मार्ग के लगभग सभी कर्मचारी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। शनिवार तक सीएम आवास में 32 कर्मचारी कोरोना संक्रमित हो गए थे। बाँकि कर्मचारियों के भी टेस्ट किए गए है। उनकी रिपोर्ट अभी तक नहीं आयी है। रिपोर्ट आने के बाद, ये फैसला होगा कि सीएम नीतीश कुमार, कब अपने नए आवास में शिफ्ट करेंगे। बड़ी बात यह है कि जिस राज्य के सीएम, कोरोना की भयावहता को भांपते हुए अपनी सुरक्षा में कोई कोताही बरतने के मूड में नहीं हैं, तो फिर आम लोग क्यों नहीं कोरोना से बचने की जुगत कर रहे है। क्या सरकार, सिस्टम और समाज को कोरोना से होने वाली मौत की बड़ी रफ्तार का इंतजार है।
वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार सिंह